उत्तराखंड में विधायकों को क्षेत्र में विकासकार्यों के लिए हर साल 3.75 करोड़ रुपए दिए जाते हैं.जिसे विधायक निधि के नाम से जाना जाता है.
साल 2019 की बात है नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह,खजान दास और विनोद चमोली सरीखे विधायक,इस निधि को 5 करोड़ सालाना करने की वकालत कर रहे थे.
जबकि आलम ये है कि पांच साल पूरे होने को आए हैं,आचार संहिता भी लगने वाली है,और सूबे के कई विधायक अभी तक जारी हुई निधि को खर्च नहीं कर पाए हैं.
इस विधानसभा के कार्यकाल में विधायकों को अभी तक कुल 1256.50 करोड़ रु. जारी कर दिए गए हैं.जिनमें से इस सितंबर तक महज़ 77 प्रतिशत यानि 963.40 करोड़ रुपए ही खर्च हुए हैं. और 293.10 करोड़ रु. माननीयों के खाते में पड़े हैं.
काशीपुर के RTI कार्यकर्ता नदीमुद्दीन को ग्राम्य विकास आयुक्त के दफ्तर से मिली सूचना में इस बात का खुलासा हुआ है.विधायक निधि खर्च करने के मामले में नैनीताल विधायक संजीव आर्य अव्वल हैं.
उन्होंने अपने क्षेत्र में अब तक विधायक निधि का 90 फीसद हिस्सा खर्च कर दिया है.जबकि महज़ 50 फीसद खर्च के साथ केदारनाथ विधायक मनोज रावत आखिरी पायदान पर हैं.
61 – 65 % खर्च करने वाले विधायकों में महेश नेगी, सुरेन्द्र सिंह नेगी, सहदेव पुण्डीर शामिल है.
66 -70 % वालों में प्रीतम सिंह, मगन लाल शाह, मदन सिंह कौशिक, मुन्ना सिंह चौहान, करन मेहरा, पुष्कर सिंह धामी, विनोद चमोली, महेन्द्र भट्ट शामिल है.
71-75 % खर्च वाले विधायकों में प्रेम चन्द्र, यशपाल आर्य, सुरेन्द्र सिंह जीना, राजकुमार ठुकराल, केदार सिंह रावत, खजान दास, हरवंश कपूर, गोविन्द सिंह कुंजवाल, त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सतपाल महाराज, राजकुमार, विजय सिंह पंवार, सुबोध उनियाल शामिल है.
76-80% खर्च वाले विधायकों में राजेश शुक्ला, हरीश सिंह धामी, हरभजन सिंह चीमा, हरक सिंह, उमेश शर्मा, दीवान सिंह बिष्ट, पूरन सिंह फर्त्याल, भारत सिंह चौधरी, इंदिरा ह्रदयेश, अरविन्द पांडेय,
आदेश सिंह चौहान (जसपुर), रेखा आर्य, देशराज कर्णवाल, बलवंत सिंह, रितु खंडूरी, सुरेश राठौर, चन्द्र पंत, ममता राकेश, शक्तिलाल शाह, रघुराम चौहान, कैलाश गहतोड़ी, चन्दन राम दास शामिल है.
81-85 % खर्च वाले विधायकों में दिलीप सिंह रावत, गणेश जोशी, यतीश्वरानन्द, बिशन सिंह चुफाल, प्रेम सिंह राणा, मुकेश कोली, जीआईजी मैनन, मीना गंगोला, काजी निजामुद्दीन, प्रीतम सिंह पंवार, संजय गुप्ता, विनोद भंडारी, सौरभ बहुगुणा, प्रदीप बत्रा शामिल है.
86-90% खर्च वाले विधायकों में कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन, राम सिंह केड़ा, फुरकान अहमद, आदेश चौहान (रानीपुर), बंशीधर भगत, धन सिंह नेगी, नवीन चन्द्र दुम्का, गोपाल सिंह रावत, तथा संजीव आर्य शामिल हैं.
उत्तराखंड सरकार के मंत्रियों की बात करें तो विधायक निधि खर्च करने के मामले में डॉ.धन सिंह रावत पीछे हैं.उन्होंने अब तक महज़ 60% निधि ही खर्च की है.
मंत्रियों के विधायक निधि खर्च का ब्यौरा :
नाम | विधानसभा क्षेत्र | खर्च (%) | शेष (₹) |
पुष्कर सिंह धामी (सीएम) | खटीमा | 69 | 5.57 करोड़ |
बंशीधर भगत | कालाढूंगी | 87 | 2.29 करोड़ |
यतीश्वरानंद | हरिद्वार ग्रामीण | 81 | 3.33 करोड़ |
बिशन सिंह चुफान | डीडीहाट | 81 | 3.31 करोड़ |
यशपाल आर्य | बाजपुर | 71 | 5.19 करोड़ |
हरक सिंह रावत | कोटद्वार | 77 | 4.15 करोड़ |
डॉ. धन सिंह रावत | श्रीनगर | 60 | 7.71 करोड़ |
गणेश जोशी | मसूरी | 81 | 3.46 करोड़ |
सुबोध उनियाल | नरेंद्र नगर | 75 | 4.43 करोड़ |
रेखा आर्य | सोमेश्वर | 78 | 3.91 लाख |
अरविंद पांडे | गदरपुर | 78 | 3.94 करोड़ |
मंत्रियों समेत ये तमाम विधायक आचार संहिता लगने से पहले बची हुई रकम खर्च कर पाते हैं या नहीं देखने वाली बात होगी.
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