उत्तराखंड में दो नए मामले सामने आए, कुल संक्रमित मामलों की संख्या हुई 50
उत्तराखंड में आज कोरोना वायरस संक्रमण के दो नए मामले सामने आए हैं. ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कार्यरत एक नर्सिंग अफसर तथा देहरादून के दून मेडिकल कालेज में भर्ती एक महिला में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है.
जानकारी के मुताबिक महिला गर्भवती थी और बीते रोज उनकी डिलीवरी भी हो गई है. स्वास्थ्य महानिदेशक डाक्टर अमिता उप्रेती ने दोनों मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की है.
इन दोनों मामलों के बाद प्रदेश में कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या 50 हो गई है, जिनमें में 26 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. इस वक्त प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 24 एक्टिव केस हैं.
अभी तक सबसे ज्यादा 27 मामले देहरादून जिले में सामने आए हैं. इसके बाद नैनीताल में 10, हरिद्वार में 07, उधमसिंह नगर में 04, अल्मोड़ा और पौड़ी में एक-एक मामला सामने आ चुका है.
पर्वतीय जिलों में पहले की तरह ही खुलेंगी दुकानें
प्रदेश के नौ पर्वतीय जिलों में दुकानें पहले की ही तरह सुबह सात बजे से दिन एक बजे बजे तक खुल संकेंगी. ये पर्वतीय जिले हैं, उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा और पौड़ी.
केंद्र सरकार द्वारा दुकानों को खोले जाने के संबंध में जारी गाइडलाइन पर चर्चा करने के बाद प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है.
निर्णय के मुताबिक ग्रीन जोन वाले नौ पर्वतीय जिलों में भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार दुकानों को सुबह सात बजे से दिन एक बजे तक खोला जा सकेगा. हालांकि शराब की दुकानें और सैलून पहले की तरह बंद रहेंगे.
प्रदेश के बाकी चार जिलों देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर में पहले की ही तरह स्थिति बनी रहेगी.
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री ने लोगों से सोसल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की अपील की है.
लॉकडाउन तोड़ने पर एक महीने में 10 हजार से ज्यादा लोग गिरफ्तार, लगभग सवा करोड़ रुपये के जुर्माने की वसूली.
बीते महीने, 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा के बाद से अब तक उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 10062 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
इस अवधि में कुल 2189 मुकदमे भी दर्ज किए गए. साथ ही 25033 वाहनों का चालान किया गया तथा 5296 वाहन सीज किए. इस अवधि में लगभग एक करोड़ 24 लाख का जुर्माना भी वसूला गया.
यह सभी जानकारी प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, अशोक कुमार ने दी. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को प्रभावी बनाने के लिए पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है. लॉकडाउन को प्रभावी बनाने के लिए उत्तराखंड पुलिस प्रदेश के चप्पे-चप्पे पर तैनात है.
लॉकडाउन के दौरान घरों में रह रहे जरूरत मंद लोगों तक सहायता पहुंचाने से लेकर गरीब परिवारों को भोजन उपलब्ध कराने तक के काम में पुलिसकर्मी लगातार जुटे हैं. इस काम में प्रशासन के साथ ही तमाम सामाजिक संस्थाओं तथा कार्यकर्ताओं का सहयोग भी मिल रहा है.
प्रदेश कांग्रेस ने किसानों और पर्यटन व्यवसायियों को आर्थिक पैकेज की मांग की
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस ने राज्य के किसानों और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों की मदद के लिए आर्थिक पैकेज की मांग की है. पार्टी ने राज्य सरकार से मांग की है कि कोरोना लॉकडाउन और भारी बारिश के चलते कृषि, पर्यटन और परिवहन क्षेत्र से जुड़े प्रदेश वासियों को आर्थिक पैकेज दिया जाए.
आज देहरादून स्थित प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन की वजह से पर्यटन और परिवहन कारोबार बुरी तरह प्रभावित है. उन्होंने कहा कि पर्यटकों के अभाव में रिवर राफ्टिंग, छोटे होटल, टैक्सी-मैक्सी चालक आदि सभी वर्गों के सामने जीवन यापन का संकट पैदा हो चुका है.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा ओलावृष्टि और भारी बारिश की वजह से किसानों पर दोहरी मार पड़ी है, लिहाजा सरकार को इन सभी सेक्टर के लिए विशेष आर्थिक पैकेज जारी करना चाहिए.
सांसद प्रदीप टम्टा ने की दूसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंडियों की घर वापसी की मांग
राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता प्रदीप टम्टा ने प्रदेश सरकार से लॉकडाउन के चलते दूसरे प्रदेशों में फंसे उत्तरांखड के लोगों की घरवापसी के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है.
उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा समेत कुछ राज्यों ने इस दिशा में पहल शुरू की है और उत्तराखंड सरकार को इन राज्यों से सबक लेते हुए तत्काल ठोस कदम उठाने चाहिए.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन लंबा खिंचने से दूसरे राज्यों में फंसे अब हताश और मायूस हैं और संसाधन खत्म होने की वजह से उनके सामने कई तरह की समस्याएं खड़ी हो गई हैं.
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