लंबे इंतजार के बाद आखिरकार प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी मंत्रियों को विभागों का बंटवारा कर दिया है.
मुख्यमंत्री धामी ने अपने पास 21 विभाग रखे हैं जिनमें गृह, सूचना, आबकारी, खनन एवं आपदा प्रबंधन जैसे अहम महकमे शामिल हैं.
आज देर शाम मुख्यमंत्री द्वारा किए गए विभाग बंटवारे की सूची जारी की गई.
मंत्रिवार बांटे गए विभागों की सूची इस प्रकार हैं.
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री – मंत्रिपरिषद, कार्मिक एवं सर्तकता, सचिवालय प्रशासन, सामान्य प्रशासन, नियोजन, राज्य संपत्ति, सूचना,गृह, राजस्व, औद्योगिक विकास खनन, औद्योगिक विकास, श्रम, सूचना प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी, पेयजल, ऊर्चा, आयुष एवं आयुष शिक्षा, आबकारी,न्याय, पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास, नागारिक उड्डयन.
सतपाल महाराज, कैबिनेट मंत्री – लोक निर्माण विभाग, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति, धर्मस्व, पर्यटन, जलागम प्रबंधन, सिंचाई एवं लघु सिंचाई.
प्रेमचंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री – वित्त, शहरी विकास एवं आवास, विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनगर्ठन, जनगणना.
गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री- कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण, ग्राम्य विकास
डॉक्टर धन सिंह रावत- विद्यालयी शिक्षा (बेसिक), विद्यालयी शिक्षा ( माध्यमिक), संस्कृत शिक्षा, सहकारिता, उच्च शिक्षा, तिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षा.
सुबोध उनियाल, कैबिनेट मंत्री – वन, भाषा, निर्वाचन, तकनीकी शिक्षा.
रेखा आर्य, कैबिनेट मंत्री – महिला संशक्तिकरण एवं बाल विकास, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता, खेल एवं युवा कल्याण.
चंदन रामदास, कैबिनेट मंत्री – समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, परिवहन, लघु एवं सूक्ष्म मध्यम उद्यम.
सौरभ बहुगुणा, कैबिनेट मंत्री- पशु पालन, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन, गन्ना विकास और चीनी उघोग, प्रोटोकॉल, कौशल विकास एवं सेवायोजन.
आज सुबह प्रदेश की पांचवीं विधानसभा के प्रथम सत्र का आगाज राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गुरमीत सिंह के अभिभाषण के साथ हुआ.
अभिभाषण में राज्यपाल ने पिछली सरकार की उपलब्धियों के साथ ही नई सरकार की प्रस्तावित योजनाओं का जिक्र किया.
राज्यपाल के अभिभाषण की प्रमुख बातें –
प्रदेश में हिम प्रहरी योजना के तहत भूतपूर्व सैनिकों और युवाओं को अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकटवर्ती जिलों में बचने के लिए सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की तर्ज पर प्रदेश में मुख्यमंत्री किसान प्रोत्साहन निधि की शुरुआत की जाएगी.
महिला स्वयं सहायता समूह की व्यावसायिक पहल को सहायता प्रदान करने के लिए एक विशेष कोष गठित किया जाएगा.
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सरकार नए वित्तीय वर्ष के पहले चार माह के लिए लगभग 21 हजार करोड़ रुपये का लेखानुदान पेश किया.
इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सदन में सभी विधायकों को शुभकामनाएं दी औक कहा कि वे सभी के साथ मिल कर प्रदेश को आगे बढ़ाएंगे.
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विपक्ष ने अभिभाषण पर चर्चा की मांग की जिस पर संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि कार्यमंत्रणा के बाद सदन से अभिभाषण पास हो चुका है.
लेकिन विपक्ष अभिभाषण पर चर्चा की मांग पर अड़ा रहा जिसके चलते सदन में हंगामे कि स्थिति उत्पन्न हो गई जिसके बाद सदन कल बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
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