कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बीते रोज़ यानि विजय दिवस के मौके देहरादून पहुंचे. इस ऐतिहासिक दिन पर उन्होंने उत्तराखंड के सैन्य समाज के लोगों को साधने की कोशिश की.
देहरादून का परेड ग्राउण्ड कांग्रेसी झंडे, राहुल गांधी और कांग्रेस के जयकारों के साथ जय जवान, जय किसान के नारों से गुंजायमान रहा.
राहुल गांधी बीते दिनों हैलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए जनरल बिपिन रावत को श्रद्धाजंलि दी. इसके बाद गांधी ने पूर्व सैनिकों को स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया.
इस दौरान राहुल ने आगामी चुनावों के मद्देनज़र फौजियों को भी साधने की कोशिश की. इस बहाने उन्होंने उत्तराखंड की जनता से रिश्ता भी कायम किया.
उन्होंने दून स्कूलों में पढ़ाई के दिनों को याद करते हुए कहा कि उस वक्त उत्तराखंड में बेहद प्यार मिला. उन्होंने सरहदों पर अब तक शहीद हुए उत्तराखंड के फौजियों की शहादत को अपनी दादी इंदिरा और पिता राजीव गांधी की शहादत से जोड़ा.
राहुल ने कहा कि उनका उत्तराखंड से कुर्बानी का रिश्ता है उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपनों को खोया है, वह इस रिश्ते को अच्छी तरह समझेंगे. जो सेना में हैं उन्हें यह बात गहराई से समझ आएगी.
इस दौरान राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने अर्थव्यवस्था,रोजगार से लेकर कई मोर्चों पर सरकार को घेरा. गांधी ने मोदी सरकार को किसान विरोधी करार दिया.
उन्होंने कहा कि काले कानून, किसानों के खिलाफ उनकी मदद नहीं उन्हें खत्म करने को बनाए गए थे. किसान न डरे और न पीछे हटे, जिसके एक साल बाद प्रधानमंत्री हाथ जोड़कर माफी मांगी.
राहुल गांधी ने आंदोलन में शहीद हुए 700 किसानों की मौत पर मोदी को घेरा. इसके अलावा कांग्रेस के युवराज ने सत्ता पर कुछ बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठो के हित में काम करने का इल्ज़ाम लगाया.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार एक दो पूंजीपतियों के हितों में ही काम कर रही है.गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार देश की आर्थिकी को चौपट कर रही है.
पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा कि रोजगार उत्तराखंड में तब आएगा जब छोटे व्यापारियों की मदद होगी. गांधी ने कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तो किसानों की मदद होगी, रोजगार देगी, कानून बनाएगी लेकिन किसानों के लिए बनाएगी.
राहुल के अलावा उत्तराखंड के कद्दावर कांग्रेसी नेता हरदा ने भी मंच से जमकर हुंकार भरी. उन्होंने बांग्लादेश वॉर में आयरन लेडी इंदिरा की जीवटता को याद किया और इसे यहां के मतवाले जवानों से जोड़ा.
वहीं कुमाउंनी में जनता से संवाद करते हुए सूदूर पहाड़ी जनता और मैदानी क्षेत्र आयी जनता से आयी जनता को सरकार बनने पर सभी तरह की दिक्कतों से निजात दिलाने का भरोसा दिया.
जीवट हरदा का जनता को दिया भरोसा हो या राहुल गांधी का इमोशनल कार्ड ! सूबे में कितना बड़ा सियासी कितना बड़ा उलटफेर कर पाता है. इसका खुलासा तो वक्त आने पर ही होगा.
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