गाड़ियों से निकलने वाले धुंए की हवा को ज़हरीला बनाने में बड़ी भूमिका है, ये धुआं ओज़ोन परत के लिए भी नुकसानदायक है. जिसका नतीजा ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिर्वतन हैंं.
इन हालातों से बचने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जाना लाज़मी है. इस तरफ मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA) ने अच्छी पहल की है.
जिसके मुताबिक व्यावसायिक भवनों के निर्माण के वक्त उनमें इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनवाना होगा. शॉपिंग मॉल, कॉम्पलेक्स का नक्शा पास करवाने के लिए ये जरूरी शर्त रखी गयी है.
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं, साथ ही पुराने व्यवसायिक भवनों में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन लगाए जाने का प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है.
गौरतलब है कि पेट्रॉल पंप के जैसे चार्जिंग पॉइण्ट जगह जगह उपलब्ध न होने के कारण लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से कतराते हैं. ऐसे में एमडीडीए के इस आदेश पर ठीक ढंग से अमल हुआ तो ये पर्यवारण के लिए लाभदायक सिद्ध होगा.
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