कर्नाटक,गुजरात हो या फिर उत्तराखंड !मोदी और शाह की नई भाजपा में मुख्यमंत्री बदले जाना आम बात है.
हालांकि उत्तराखंड में क्या भाजपा क्या कांग्रेस, सीएम बदलना तो परंपरा रही है और इस कार्यकाल में तो सत्ता की कुर्सी पर 3 सीएम विराजमान चुके हैं.
जिसे लेकर राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की खूब छीछालेदर भी हुई.लेकिन इस सबसे इतर पूर्व सीएम विजय बहुगुणा ने सीएम बदलने की नीति को सही करार दिया है.
दरअसल बहुगुणा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में भाजपा कार्यालय में पहुंचे थे.
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों की रोटेशन पॉलिसी ठीक और लाभकारी है.
उन्होंने कहा कि ‘वंस अ चीफ मिनिस्टर,ऑलवेज़ के चीफ़ मिनिस्टर’ की नीति भाजपा में नहीं चलती और ज़रुरत पड़ने पर सरकार से हटाकर पार्टी और संगठन का काम भी दिया जा सकता है.
वहीं कुछ पूर्व दर्जाधारियों के नाराजगी के चलते बैठक में शामिल न होने के सवाल पर बहुगुणा ने पार्टी के अनुशासन का हवाला दिया.
और कहा कि पार्टी सबका खयाल रखती है लिहाज़ा हमें खुद के नहीं पार्टी के बारे में सोचना चाहिए.वहीं साढ़े चार सालों की निष्क्रियता के सवाल पर बहुगुणा ने क्रिकेटिया अंदाज़ में जवाब दिया.
उन्होंने कहा कि बैट्समैन मैच शुरु होने पर ही स्टेडियम में नज़र आता है और मैच यानि चुनाव शुरू होने पर बहुगुणा यहां पहुंच गया.इसके अलावा उन्होंने कहा कि चुनावों को लेकर पार्टी का हर कार्यकर्ता गंभीर है.
पूर्व सीएम ने भाजपा को पूर्ण बहुमत हासिल होने का भरोसा जताया.
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