तीन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर चल रहे देशव्यापी किसान आंदोलन के छह महीने पूरे होने पर आद दिल्ली बॉर्डर समेत देश के तमाम हिस्सों में किसानों ने काला दिवस मनाया.
इसी क्रम में उत्तराखंड में भी किसानों ने अलग-अलग स्थानों में काला दिवस मना कर विरोध दर्ज कराया.
किसानों के आज के काला दिवस को कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, वामदलों समेत तमाम सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी समर्थन दिया.
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पदाधिकारियों ने देहरादून में डीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. किसानों ने बाजपुर में शहीद भगत सिंह चौक पर केंद्र सरकार का पुतला फूंक कर काला दिवस मनाया.
किसानों का कहना है कि जब तक तीनों काले कृषि कानून वापस नहीं होंगे, आंदोलन खत्म नहीं होगा.
गौरतलब है कि देश के किसान केंद्र सरकार द्वारा पिछले साल सितंबर में लाए गए तीन कृषि कानूनों का राष्ट्रव्यापी विरोध कर रहे है.
तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में किसान दिल्ली बार्डर पर धरने पर बैठे हैं.
कृषि कानूनों को लेकर किसान नेताओं और केंद्र सरकार के मंत्रियों के बीच कई दौर की वार्ता बेनतीजा रही है.
कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, वामपंथी दलों के साथ ही विभिन्न सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं ने किसाने के प्रदर्शन को समर्थन दिया.
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