स्वदेशी 97 फाइटर जेट्स भारतीय वायुसेना के बेड़े में होंगे शामिल..
देश-विदेश: भारतीय वायुसेना के बेड़े में मेड इन इंडिया 97 फाइटर जेट शामिल होने वाला है। स्वदेशी एयोरोस्पेस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए वायुसेना ने यह फैसला लिया है। हालांकि, इसके पहले भी 83 फाइटर विमान के लिए अनुबंध हुआ था। यह दूसरा अनुबंध हुआ है, जिसमे 97 विमानों को शामिल करने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार भारतीय वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा, हमने 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। हमने 97 और विमानों की मांग की है, जिसके बाद हमारे पास 180 विमान होंगे। उन्होनें कहा कि हम “हम 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान उड़ाना बंद कर देंगे और उनकी जगह एलसीए तेजस ले लेंगे। एक या दो महीने में, एक मिग-21 स्क्वाड्रन को नंबर दिया जाएगा और उसके बाद आखिरी स्क्वाड्रन को लॉन्च किया जाएगा।”
खुफिया जानकारी, निगरानी पर लगातार नजर..
वहीं एयर चीफ मार्शन ने बताया कि हम खुफिया जानकारी, निगरानी और टोहा के माध्यम से सीमा पार स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। हमारी योजनाएं गतिशील हैं और विकासशील स्थितियों के अनुसार बदलती रहती हैं। जिन जगहों पर संख्या के आधार पर विरोधियों का मुकाबला करना मुश्किल होगा, उन जगहों पर हम बेहतर रणनीति के जरिए उनका मुकाबला करेंगे।
हम इनपुट के आधार पर अपनी ISR योजनाओं में बदलाव करते रहते हैं। वहीं एयर चीफ मार्शल ने बताया कि भारतीय वायुसेना को रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम की तीन इकाइयां मिलीं है और उसे अगले साल तक बची दो प्राप्त होने की उम्मीद हैं। उन्होनें यह भी कहा कि वायुसेना ने अग्निपथ योजना के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। थिएटराइजेशन योजना पर उन्होंने कहा कि इस पर काम चल रहा है।
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