कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बीच जूना अखाड़े ने कुंभ समाप्ति की घोषणा कर दी है.
अखाड़े के पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरि ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘भारत की जनता व उसकी जीवन रक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है. कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए हमने विधिवत कुम्भ के आवाहित समस्त देवताओं का विसर्जन कर दिया है. जूना अखाड़ा की ओर से यह कुम्भ का विधिवत विसर्जन-समापन है.’
हालांकि आज सुबह मीडिया से बात करते हुए अवधेशानंद गिरी ने कहा था कि कुंभ का आयोजन प्रतीकात्मक रूप से जारी रहेगा.
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरिद्वार कुंभ के आयोजन को प्रतीकात्मक रूप से चलाने की अपील की जिस पर आखाड़ों ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए प्रतीकात्मक आयोजन की बात कही थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जूना आखाड़े के पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरि से फोन पर बात कर कुंभ को प्रतीकात्मक रूप से संचालित करने की अपील की थी.
प्रधानमंत्री से बात करने के बाद अवधेशानंद गिरी ने मीडिया को बताया कि कोरोना संकट को देखते हुएन कुंभ मेला प्रतीकात्मक रूप से जारी रहेगा.
उन्होंने कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुंभ मेले के बारे में जानकारी लेने के साथ ही साधु-संतों के स्वास्थ्य के बारे में बातचीत की.
उन्होंने कहा कि अधिकतर स्नान हो चुके हैं और केवल बैरागी अखाड़ों का एक स्नान बाकी है, जिसमें शामिल होने वाले साधुओं की संख्या कम है. बैरागी अखाड़ों का शाही स्नान 27 अप्रैल को होगा.
अवधेशानंद गिरि ने अपील की थी कि वृद्ध, बीमार, छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाएं कुभ स्नान के लिए न आएं.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर अवधेशानंद गिरि महाराज से फोन पर वार्ता की जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘मैंने प्रार्थना की है कि दो शाही स्नान हो चुके हैं और अब कुंभ को कोरोना के संकट के चलते प्रतीकात्मक ही रखा जाए। इससे इस संकट से लड़ाई को एक ताकत मिलेगी.’
बहरहाल अब जूना अखाड़े ने कुंभ के समापन की बात कह दी है.
माना जा रहा है कि हरिद्वार में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अखाड़े ने कुंभ समाप्ति का निर्णय लिया है.
इस बीच हरिद्वार में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. अखाड़ों में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है.
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महंत रविंद्र पुरी समेत 22 संत कोविड पॉजिटिव मिले हैं. अन्य अखाड़ों में भी सात संत संक्रमित मिले हैं. अखाड़ों में कुल संक्रमित संतों की संख्या 78 पहुंच गई है.
बीते रोज हरिद्वार में 592 नए संक्रमितमामले सामने आए जिनमें रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज में 15, शिवालिक नगर में 7, आरसीआई रुड़की में 7, मतबलपुर में 5, जूना अखाड़े में चार, निर्मोही अखाड़े में एक, निर्मल अखाड़े में एक, महानिर्वाणी अखाड़े में एक मामला सामने आया.
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