19 साल की मासूम अंकिता भंडारी की हत्या ने पूरे उत्तराखंड में उबाल ला दिया है.
हर तरफ से अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा की मांग उठ रही है.
आज श्रीनगर में हजारों की संख्या में लोगों ने सड़क पर उतर कर अंकिता हत्याकांड के खिलाफ प्रदर्शन किया.
इस दौरान बदरीनाथ हाई वे पर यातातात प्रभावित रहा.
हाईवे पर प्रदर्शन के चलते लगे जाम को देखते हुए ट्रैफिक को कोटेशवर और कीर्तिनगर से डाइवर्ट किया गया. श्रीनगर में हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष और छात्र-छात्राएं शामिल थे. अंकिता की हत्या के विरोध में श्रीनगर बाजार आज भी बंद रहा.
लोगों ने अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग के साथ घंटों तक नारेबाजी की.
वहीं अंकिता के परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक होने कर अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया.
बीते रोज ऋषिकेश एम्स में चार चिकित्सकों के पैनल ने अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया था. प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंकिता की मौत की वजह पानी में डूबना बताई गई है साथ ही रिपोर्ट में अंकिता के शरीर पर चोटों के निशान पाए जाने की बात भी लिखी गई है.
प्रदर्शनकिरियों ने आरोपी पुलकित शर्मा के उस रिसॉर्ट पर बुलदोजर चलाए जाने की कार्रवाई पर भी नाराजगी जाहिर की, जहां अंकिता बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थी.
लोगों ने बुलडोजर की आड़ में वनंत्रा रिसॉर्ट से आरोपियों के खिलाफ सबूत मिटाए जाने का आरोप भी लगाया. हालांकि पुलिस का कहना है कि रिसॉर्ट से सभी जरूरी सबूत जुटाए जा चुके हैं.
लोगों ने अंकिता के परिजनों को न्याय देने की मांग की है. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि अंकिता के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.
अंकिता हत्याकांड के खिलाफ देहरादून,ऋषिकेश से लेकर श्रीनगर, टिहरी, रुद्रप्रयाग और रामनगर समेत तमाम इलाकों में प्रदर्शन हुए हैं.
तमाम सामाजिक संगठनों, छात्र संगठनों तथा राजनीतिक दलों ने अंकिता हत्याकांड के खिलाफ प्रदर्शनों में भागेदारी की है.
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