उत्तराखंड के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले की जांच की जद में प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक हरबंस कपूर के बेटे अमित कपूर से जुड़े विहाइब ग्रुप के तीन शिक्षण संस्थान भी आ गए हैं.
घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने इन तीन शिक्षण संस्थानों के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति को हड़पने के आरोप में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है.
एसआईटी ने सहसपुर थाने (देहरादून) में बिहाईव कालेज आफ एडवांस स्टडीज सेलाकुई, बिहाईव कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी और बिहाईव कालेज आफ टेक्नोलाजी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है.
तीनों शिक्षण संस्थानों पर दस्तावेजों में हेराफेरी कर करीब सवा करोड़ रुपये हड़पने का आरोप है.
दूसरी तरफ ये चर्चाएं भी तैर रही हैं कि विधायक हरबंश कपूर के बेटे अमित कपूर इन तीनों शिक्षण संस्थाओं के बेच कर इनसे अलग हो चुके हैं. हालांकि इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
एसआईटी द्वारा पुलिस को दी गई रिपोर्ट के मुताबिक जिला समाज कल्याण अधिकारी ने शैक्षिक सत्र 2011-12 से 2015-16 के बीच अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के 334 छात्र-छात्राओं के नाम पर कुल एक करोड़ 22 लाख 29 हजार आठ सौ रुपये छात्रवृत्ति के रुप में स्थानांतरित किए. एसआईटी ने अपनी जांच में पाया कि छात्रवृत्ति की धनराशि छात्र-छात्राओं के खातों के बजाय सीधे संस्थानों को दी गई, जो कि नियमों के विरुद्ध है.
एसआईटी ने जांच में और भी अनियमितताएं पकड़ी, जिसके बाद तीनों संस्थानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
छात्रवृत्ति घोटाला उत्तराखंड के सबसे बड़े वित्तीय घोटालों में से एक है.
समाज कल्याण विभाग ने वर्ष 2012 से 2013 और वर्ष 2015 से 2016 के बीच उत्तराखंड के शिक्षण संस्थानों में पढने वाले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों को करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति दी थी, मगर कालेज संचालकों और समाज कल्याण विभाग के कारिंदो ने मिलीभगत कर इस राशि के बड़े हिस्से को छात्रों तक पहुंचाने के बजाय हड़प लिया.
घोटाला उजागर होने के बाद उत्तराखंड सरकार ने अप्रैल 2018 में इसकी जांच के लिए एसआईटी गठित की.
एसआईटी जांच आईपीएस अधिकारी मंजूनाथ टीसी के नेतृत्व में चल रही है. छात्रवृत्ति घोटाले में अब तक कई कालेज संचालकों के साथ ही समाज कल्याण विभाग के कारिंदों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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