तीज-त्यौहार,उत्सव हो या खेलकूद कोरोना ने पिछले एक साल में सभी का रंग फीका किया है,तो वहीं व्यापार,उद्योग,धंधों को भी कोरोना गर्त में ले डूबा,
कोरोना काल में विश्वविद्यालय.कॉलेज हो या स्कूल सभी जगह पठन-पाठन बाधित रहा.
लेकिन कोरोना की दूसरी लहर की धीमी पड़ती रफ्तार के साथ बाजार धीरे-धीरे रफ्तार पड़कने लगा है.
वहीं आईसीएमआर की तरफ से किए गए सीरो सर्वे के नतीजे कुछ राहत की उम्मीद बांध रहे हैं.
सर्वे के मुताबिक देश की दो-तिहाई आबादी में कोरोना की एंटीबॉडी पाई गई हैं.
तो वहीं इस सर्वे के मुताबिक बच्चों में तीसरी लहर से लड़ने की क्षमता अधिक है लिहाज़ा आईसीएमआर ने स्कूल खोले जानें का सुझाव दिया है.
इस बीच उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री ने भी सूबे में स्कूल खोले जाने के संकेत दिए हैं.
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का कहना है कि स्कूल खोले जाने पर विचार किया जा रहा है.
जैसे-जैसे कोरोना के मामले कम हो रहे हैं, उसके बाद अब स्कूलों में बच्चों को भी आने की छूट के निर्देश दिए जा सकते हैं.
शिक्षा विभाग इसको लेकर तैयारी कर रहा है.
पहले चरण में कक्षा 6 से बड़ी कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूल आने की अनुमति दी जा सकती है.
हालांकि छोटी कक्षाओं को लेकर क्या होगा, इस पर भी जल्द फैसला लिया जा सकता है.
बता दें कि फिलहाल स्कूल बंद होने की सूरत में शिक्षा विभाग की तरफ से स्कूलों को ऑनलाईन पढ़ाई करवाने के निर्देश दिए गए हैं.
लेकिन सूदूर और निचले तबके के छात्रों के पास इंटरनेट और तकनीकी सुविधा के कारण उनकी पढ़ाई पर असर पढ़ रहा है.
बहरहाल स्कूल खुलने पर हालातों में सुधार की उम्मीद की जा सकती है.
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