2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र उत्तराखंड के सभी राजनैतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है.
सत्ताधारी दल में सरकार से लेकर संगठन तक में बदलाव हुए तो कांग्रेस पार्टी में भी संगठन के स्तर पर बदलवा हुए.
तो वहीं इस उत्तराखंड आंदोलन की अगुवा रही उत्तराखंड क्रांति दल भी सक्रिय नज़र आ रहा है. रविवार को देहरादून में पार्टी का द्विवार्षिक अधिवेशन सम्पन्न हुआ.
जिसमेंपार्टी के वरिष्ठ नेताओं और तमाम कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में पार्टी के वरिष्ठ नेता काशी सिंह ऐरी को पार्टी का अध्यक्ष चुना गया.
कार्यक्रम के प्रथम सत्र का शुभारंभ मुख्य अतिथि दल के वरिष्ठ नेता दिवाकर भट्ट, दल के वरिष्ठ नेता काशी सिहं ऐरी, त्रिवेन्द्र सिंह पंवार, नारायण सिंह जंतवाल, पुष्पेश त्रिपाठी सहित दल के सर्वोच्च नेताओं ने दीप प्रज्वलित कर किया.
दल के वरिष्ठ नेता काशी सिंह ऐरी की अध्यक्षता मे शुरू प्रथम सत्र की बैठक में अपने स्वागत भाषण में दल के वरिष्ठ नेता पूर्व अध्यक्ष बी.डी. रतूड़ी ने दल की मजबूती के लिये सामूहिक प्रयास व सामूहिक जिम्मेदारी का निर्वहन करने पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि आज दल के सामने प्रदेश को बचाने की जो चुनौतियां हैं एकजुट होकर ही उसका समना किया जा सकता है.
पूर्व अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने कहा कि संगठन को गाँव तक मजबूत करना होगा, तभी सफलता मिल सकती है.
प्रथम सत्र में दल की ओर से द्विवार्षिक रिपोर्ट सदन में रखने के बाद विभिन्न जिलो से आये जिलाध्यक्षों ने जिलों की रिपोर्ट सदन में रखी और दल की मजबूती के लिये कार्य करने का संकल्प लिया.
सदन में दल के पूर्व अध्यक्ष पुष्पेश त्रिपाठी ने सदन को संबोधित करते हुये कहा कि युवा राज्य का कर्णाधार बनेगा.
युवाओँ को पार्टी से जोड़ना होगा. राज्य के मुद्दों को पुरकोर तरीके से जनता के बीच ले जाना होगा.
सदन में राजनीतिक प्रस्ताव रखे गये जिसे सुनील ध्यानी द्वारा सदन के पटल पर रखे गये, जो ध्वनिमत से पास हुये.
राजनीतिक प्रस्ताव में गैरसैंण को स्थायी घोषित करने, मूलनिवास को सन 1950 लागू करने,राज के मूलनिवासियों को 70 प्रतिशत आरक्षण लागू करने,
राज्य आन्दोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देना,सख्त भू-कानून लागू करने,पर्यटन और तीर्थाटन को उद्योग का दर्जा देने,समूह ग की भर्ती लोक स्व आयोग की परिधि से बाहर किया जाय ,पुलिस ग्रेड पे की प्रक्रिया शीघ्र प्रारम्भ किया जाय सहित 18 राजनीतिक प्रस्ताव पास किये गये.
शाम 5:30 बजे चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई. पार्टी की तरफ से इंद्र सिंह मनराल निर्वाचन अधिकारी, तथा विजय बौड़ाई सह-चुनाव अधिकारी नियुक्त किये गए.
बी०डी० रतूड़ी ने दल के केंद्रीय अध्यक्ष पद के लिये काशी सिंह ऐरी के नाम का प्रस्ताव रखा,
प्रस्ताव का अनुमोदन दिवाकर भट्ट, त्रिवेंद्र सिंह पंवार, डा नारायण सिंह जंतवाल, पुष्पेश त्रिपाठी, एपी जुयाल, हरीश पाठक, चंद्र शेखर कापड़ी व सुरेंद्र कुकरेती ने किया.
सर्व सहमति से सदन में चुनाव अधिकारी इंद्र मनराल और सह चुनाव अधिकारी एडवोकेट विजय बौड़ाई ने काशी सिंह ऐरी को सदन के बीच उत्तराखंड क्रांति दल का अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया.
सदन को संबोधित करते हुये नवनिर्वाचित अध्यक्ष ऐरी कहा कि जो गलतियां अभी तक हुई है.
उन गलतियों को दोहराया नहीं जायेगा। प्रत्येक को जबाबदेह होना पड़ेगा.
राज्य आंदोलन की झंडाबदार रही यूकेडी,
20 साल के बावजूद सत्ता की कुर्सी पर काबिज़ होना तो दूर गुटबाजियों के चलते पार्टी अस्तित्व के संकट से जूझ रही है.
बहरहाल कुर्सी के निशान वाली यूकेडी 2022 में विधानसभा की कितनी कुर्सियां अपने पाले में कर पाती है.
इसका फैसला चुनावी नतीजों की तारीख ही करेगी.
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