चंपावत विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव मे प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रिकॉर्डतोड़ जीत हासिल की है.
सीएम धामी ने 55 हजार से अधिक वोटों से उपचुनाव में जीत हासिल की है. वहीं विपक्षी कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी अपनी जमानत तक नहीं बचा सकीं.
31 मई को हुई वोटिंग के बाद आज आए नतीजे के मुताबिक सीएम धामी को (ईवीएम तथा पोस्टल बैलेट मिलाकर ) 58258 वोट मिले.
कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी को मात्र 3233 वोट ही मिल सके. सपा प्रत्याशी मनोज कुमार को 413 तथा निर्दलीय प्रत्याशी हिमांशु गड़कोटी को 402 वोट मिले. 377 लोगों ने नोटा का बटन दबाया जबकि 215 पोस्टल मत अवैध पाए गए.
इस जीत से साथ ही सीएम धामी ने सर्वाधिक मतों से जीतने वाले मुख्यमंत्री का रिकॉर्ड भी बना लिया. धामी से पहले विजय बहुगुणा सबसे ज्यादा मतों से जीतने वाले मुख्यमंत्री थे.
धामी की जीत की घोषणा होते ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने जम कर जश्न मनाया. जीत के बाद धामी ने चंपावत की जनता का अभार जताया है.
धामी की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमं6 योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने उन्हें बधाई दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धामी को बधाई देते हुए ट्वीट किया, ‘मुझे विश्वास है कि वह उत्तराखंड की प्रगति के लिए और भी अधिक मेहनत करेंगे। मैं चंपावत के लोगों को भाजपा में विश्वास रखने के लिए धन्यवाद देता हूं और हमारे कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत की सराहना करता हूं.
योगी आदित्यानाथ ने ट्वीट किया, ‘कि देवभूमि उत्तराखंड के यशस्वी मुख्यमंत्री को चंपावत विधानसभा के उपचुनाव में ऐतिहासिक विजय प्राप्त करने की हार्दिक बधाई. यह विजय आदरणीय प्रधानमंत्री की लोक-कल्याणकारी नीतियों, आपके विकासपरक नेतृत्व और भाजपा कार्यकर्ताओं के परिश्रम को समर्पित है.’
गौरतलब है कि 14 फरवरी 2022 को हुए विधानसभा चुनाव में सीएम धामी खटीमा से हार गए थे. हार के बावजूद भाजपा ने सरकार बनने पर धामी को मुख्यमंत्री बनाए रखा था, जिसके बाद उन्हें 6 महीने के भीतर विधानसभा चुनाव जीतना अनिवार्य था.
चंपावत से चुनाव जीते कैलाश गहतोड़ी से धामी के लिए सीट खाली की थि जिसके बाद 31 मई को उपचुनाव हुआ.
धामी की इस जीत ने जहां भाजपा के ठोस प्रबंधन पर मुहर लगाई है वहीं विपक्षी कांग्रेस की नाकामियों को भी एक बार फिर उजागर कर दिया है.
उपचुनाव में जहां धामी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए यूपी के सीएम योगी समेत समूची उत्तराखंड सरकार पहुंची, वहीं कांग्रेस का चुनाव प्रचार अभियान महज खानापूर्ति तक सीमित दिखा.
प्रदेश में विधानसभा चुनाव में किसी सीट पर कांग्रेस का यह सबसे कमजोर प्रदर्शन है. ऐसा पहली बार हुआ है, जब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई.
हार के बाद खुद कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने पांर्टी संगठन और नेताओं पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है.
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