कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 15 अस्पताल चिन्हित
प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पतालों के साथ ही कुल 15 बड़े अस्पतालों को चिह्नित किया है. प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं. इन अस्पतालों में चिकित्सा चयन बोर्ड द्वारा चुने गए 201 डाक्टरों को नियुक्त किया गया है.
कोरोना पीडितों के इलाज के लिए चिन्हित अस्पतालों में टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चम्पावत तथा उधमसिंह नगर के जिला अस्पतालों के अलावा अलावा दून मेडिकल कालेज, मेला अस्पताल हरिद्वार, मेडिकल कालेज श्रीनगर, बेस अस्पताल कोटद्वार, सुशीला तिवारी मेडिकल कालेज हल्द्वानी, बेस अस्पताल अल्मोड़ा तथा बीडी पांडे अस्पताल नैनीताल हैं.
सरकार ने तैयार की जमातियों की सूची, किया जाएगा कोरेंटाइन
दिल्ली स्थित निजामुद्दीन के मरकज में हुई तबलीगी जमात के साथ ही इस साल एक जनवरी से अब तक अन्य प्रदेशों में गए उत्तराखंडियों तथा दूसरे प्रदेशों से यहां पहुंचे जमातियों की सूची तैयार कर दी है. जानकारी के मुताबिक सभी को कोरेंटाइन किया जाएगा. प्रदेश सरकार ने सभी जिलों को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. बताया जा रहा है कि 13 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन के समीप स्थित मरकज में मौजूद रहे 11 जमाती नैनीताल आकर वापस भी जा चुके हैं. आठ लोकों के इन जमातियों के संपर्क में आने की बात कही जा रही है जिसके बाद से नैनीताल जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है.
पैरोल पर रिहा किए गए 610 कैदी, 281 को जल्द किया जाएगा रिहा
कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रदेशभर की 11 जेलों से 610 कैदियों को पैरोल पर रिहा किया गया है. 281 कैदियों को भी जल्द रिहा किया जाएगा. प्रदेश की जेलों से कुल 891 कैदियों को पैरोल पर रिहा किया जाना है. पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पहले चरण में रिहा किए गए कैदियों में 169 कैदी दूसरे प्रदेशों के भी हैं. इन सभी को जिला प्रशासन व जिला पुलिस द्वारा उनके घरों तक छोड़ा गया. कुछ दिन पहले नैनीताल हाईकोर्ट के जस्टिस सुधांशु धुलिया की अध्यक्षता वाली समिति ने इन कैदियों को पैरोल पर रिहा करने का निर्णय लिया था, जिसके बाद कैदियों की सूची तैयार की गई थी.
92 विदेशी नागरिक दिल्ली स्थित दूतावासों के लिए रवाना किए गए
ऋषिकेश में फंसे विभिन्न देशों के 92 नागरिकों को आज दिल्ली स्थित उनके देशों के दूतावास के लिए रवाना किया गया. विदेश मंत्रालय के निर्देशानुसार दिल्ली में अग्रिम कार्रवाई के बाद इन सभी को उनके देशों के लिए भेजा जाएगा. ऋषिकेश के के रामझूला, लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम, तपोवन आदि क्षेत्रों में रह रहे विदेशी मूल के लोगों को चार बसों से भेजा गया. विदेशी नागरिकों में अधिकांश स्पेन और स्वीड़न के हैं. इसके अलावा डेनमार्क, फिनलैंड, नार्वे, सुल्मानिया आदि देशों के नागरिक भी हैं.
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