कोरोना वायरस संक्रमण के विश्वव्यापी प्रभाव को देखते हुए इस वक्त पूरा देश लाकडाउन है, मगर इसके बावजूद लाकडाउन तोड़ने के बढ़ते मामलों ने सिस्टम को परेशानी में डाला हुआ है.
उत्तराखंड में लाकडाउन उल्लंघन के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. चार दिन में ही प्रदेश में लाकडाउन का उल्लंघन करने वालों का आंकड़ा हजार के पार पहुंच चुका है.
अब तक प्रदेश भर में लाकडाउन तोड़ने के मामले में 1383 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 1535 वाहनों को सीज किया जा चुका है और 234 मामलों में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. चार दिन के भीतर करीब 23 हजार रुपये का जुर्माना भी वसूला जा चुका है.
कोरोना वायरस के बढ़ते संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले 21 दिनों (14 अप्रैल) तक पूरे देश में लाकडाउन की घोषणा की थी.
इस घोषणा के बाद लोगों के घर से बाहर निकलने पर रोक लग गई है. मगर बावजूद इसके लोगों के अनावश्यक घर से निकलने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं.
उत्तराखंड पुलिस प्रदेश में लाकडाउन को सफल बनाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है. इसके लिए पुलिस जनजागरुकता अभियान तो चला ही रही है साथ ही सख्ती भी दिखा रही है, मगर इसके बावजूद लोग अनावश्यक घर से बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं.
पुलिस द्वारा प्रदेश के तमाम स्थानों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है तथा लाकडाउन तोड़ने वालो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने एक वीडियो संदेश जारी कर लोगों से कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को देखते हुए लाकडाउन का पालन करने करने की अपील की है. वीडियो में उन्होंने लोगों से घर में रहने की अपील करते हुए कहा है कि पुलिस जनता के सहयोग और सुरक्षा के लिए हर समय तैयार है.
Discussion about this post