चुनावी साल में मंहगायी और बेरोजगारी के मुद्दे पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भाजपा सरकार पर हमलावर हैं,
तो वहीं NSO यानि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यलय के आंकड़े उत्तराखंड की सियासत को और ज्यादा गरमा सकते हैं.
NSO के सर्वे के मुताबिक महंगायी के मामले में उत्तराखंड टॉप-10 में पहुच गया है.साल की पहली तिमाही में महंगायी दर 5.38 % के साथ उत्तराखंड दसवें स्थान पर है.
अगस्त 2020 में उत्तराखंड का महंगाई सूचकांक 152.5 था, जो अगस्त 2021 में 160.7 तक पहुंच गया.
वहीं बेरोजगारी की बात करें तो जारी आंकड़े उत्तराखंड में बेरोजगारी बढ़ने के संकेत दे रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोनाकाल में अप्रैल से जून 2020 में 26.8 फीसदी लोगों के रोजगार छिने.जुलाई से सितंबर में अनलॉक के हालात बनें तो बेरोजगारी दर घटकर 10.9% रही,
लेकिन इसके बाद अक्टूबर 2020 में यह बढ़कर 11.6 %हो गई. 2019 की तुलना में 2020 में बेरोजगारी 2.3 % बढ़ गई.
22 राज्यों के सर्वे के आंकड़ों के आधार पर रिपोर्ट बता रही है कि बेरोजगारी दर में उत्तराखंड देश में नौवें स्थान पर था.
इन आंकड़ों के जारी होने के बाद कांग्रेस सरकार पर पहले से ज्यादा हमलावर हो गयी है. प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भाजपा पर निशाना साधा.
गोदियाल ने कहा कि भाजपा शासन में जनता महंगायी से तो युवा बेरोजगारी से त्रस्त है.उन्होंने सरकार को युवाओं से किए वादों को याद करने की नसीहत दी.
वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी इस मुद्दे पर पलटवार किया है.कौशिक ने कहा कि भाजपा रोजगार के मुद्दे पर गंभीर है,लिहाज़ा 24 हजार सरकारी नौकरियों को खोला गया है,
साथ ही साढ़े चार सालों लाखों लोगों को रोजगार के साथ स्वरोजगार से जोड़ा गया है.महंगायी पर कांग्रेस के हमलों को उन्होंने नौटंकी करार दिया.
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