विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अगले दो वर्षों में कोरोना महामारी से पूरी तरह निजात मिलने की उम्मीद जताई है.
बीते रोज (21 मार्च) डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एधनोम घेब्रेयेसुस ने कहा कि यदि दुनिया एकजुट रही और वैक्सीन की खोज हुई तो कोरोना महामारी दो साल से कम समय में खत्म हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि एक शताब्दी में एक बार ऐसा स्वास्थ्य संकट आता है. डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस ने कहा कि सन 1918 में स्पेनिश फ्लू महामारी फैली थी जो दो साल में खत्म हो गई थी.
गौरतलब है कि मानव इतिहास की सबसे भीषण महामारियों में से एक स्पेनिश फ्लू के चलते फरवरी 1918 से अप्रैल 1920 तक दुनिया भर में लगभग पांच करोड़ लोगों की मौत हुई थी.
अमेरिका से शुरू हुए स्पेनिश फ्लू ने दुनिया की लगभग एक तिहाई आबादी को प्रभावित किया था. भारत में स्पेनिश फ्लू के चलते डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.
टेड्रोस ने कहा कि अब हम पहले के मुकाबले एक दूसरे से ज्यादा जुड़े हुए हैं, लिहाजा वायरस फैलने का खतरा भी अधिक है, लेकिन अच्छी बात यह है कि अब दुनिया तकनीकी रूप से पहले से कहीं अधिक मजबूत है, जिससे वायरस का मुकाबला करने की क्षमता भी पहले से मजबूत हुई है.
उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण के चलते कोरोना वायरस का प्रसार स्पेनिश फ्लू (1918) की तुलना में अधिक तेजी से हुआ है.
दुनियाभर में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 22.76 करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं तथा 793,382 लोगों की मौत हो चुकी है. अमेरिका ब्राजील और भारत सबसे ज्यादा संक्रमित देशों की सूची में क्रमश: पहले तीमन स्थानों पर हैं.
भारत की बात करें तो अब तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 2975701 मामले सामने आ चुके हैं. देश में इस महामारी से 55794 लोगों की मौत हुई है। अब तक 2222577 लोग पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं तथा 697330 का इलाज चल रहा है. देश में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 74 फीसदी से अधिक है और मृत्यु दर दो फीसदी से भी कम है.
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