ये कहानी टिहरी जिले के भल्डियाना गांव के युवा हरि सिंह रावत की है, जो बतौर शेफ किर्गिर्स्तान के एक पांच सितारा होटल में काम करते थे.
मगर कोरोना महामारी की मार के चलते इनका रोजगार छिन चुका है और अब ये वापस अपने गांव आकर छोटा सा ढाबा चला रहे हैं.
इस साल मार्च की शुरुआत में हरि सिंह रावत अपने गांव आए थे. कोरोना महामारी के चलते 24 मार्च को लॉकडाइन की घोषणा के बाद वे यहीं रह गए.
हरि सिंह के हाथों से बने खाने की तारीफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई वीआईपी कर चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी तस्वीर दिखाते हुए हरि सिंह रावत कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनके द्वारा बनाए गए व्यंजनों की खूब तारीफ की थी.
हरि सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे कोरोना संकट के इस दौर में होटल इंडस्ट्री में काम करने वाले, और अब बेरोजगार हो चुके युवाओं की मदद करें.
हरि सिंह रावत कहते हैं कि उनकी तरह और भी कई उत्तराखंडी युवाओं का रोजगार छिन जाने से उनके सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है. इस वीडियो में हरि सिंह रावत अपनी व्यथा सुना रहे हैं.
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