मंगलवार रात को सूबे की अफसरशाही में बड़ा फेरबदल हुआ, एक झटके में दोनों मंडलों के कमिश्नरों समेत 35 अफसरों को इधर-उधर कर दिया गया.
कुमाऊं कमिश्नर सुशील को समान दायित्व पर गढ़वाल भेजा गया. तो वहीं आज आईएएस दीपक रावत को उनकी जगह दे दी गयी.
इस बीच पूर्व विधानसभाध्यक्ष और जागेश्वर से विधायक गोविन्द सिंह कुंजवाल ने इस पूरी कार्यवाही पर वाजिब सवाल उठाए हैं. दरअसल बीते रोज सुबह को सीएम धामी ने देवस्थानम बोर्ड की वापसी का ऐलान किया.
लेकिन देर रात जारी हुए आदेश के मुताबिक सुशील कुमार को गढ़वाल कमिश्नर के अलावा देवस्थानम बोर्ड के सीईओ की कुर्सी भी सौंपी गयी.
ऐसे में सवाल उठता है कि जब सरकार देवस्थानम बोर्ड को भंग ही करने वाली है तो नया सीईओ बनाया ही क्यों गया ?
कुंजवाल ने भी ये मुद्दा उठाया और सरकार से मामले में रुख साफ करने की मांग की. पूर्व स्पीकर ने इस बाबत कैबिनेट में प्रस्ताव न लाए जाने तक सरकार पर की नियत पर शंका जाहिर की
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