हैदराबाद में महिला चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद हत्या के आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर के एक दिन बाद सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस शरद अरविंद बोबडे (जस्टिस एसए बोबड़े) ने बड़ी टिप्पणी की है. जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने कहा कि न्याय कभी भी जल्दबाजी में नहीं किया जाना चाहिए.
जस्टिस बोबड़े ने कहा कि बदले की भावना से किया जाने वाला न्याय अपना मूल चरित्र खो देता है.
जोधपुर में राजस्थान हाईकोर्ट की नई इमारत के उद्घाटन कार्यक्रम में बोलते हुए जस्टिस एसए बोबड़े ने कहा कि न्याय को कभी भी बदले का रूप नहीं लेना चाहिए.
गौरतलब है कि बीते 28 नवंबर को हैदराबाद में एम महिला पशु चिकित्सक की सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर दी गई थी. हैदराबाद में एक टोल प्लाजा के पास 26 वर्षीय महिला पशु चिकित्सक का जला हुआ शव बरामद हुआ था.
इस अपराध को अंजाम देने के आरोप में पकड़े गए चार लोगों का हैदराबाद पुलिस ने छह दिसंबर को हैदराबाद से लगभग 50 किलोमीटर दूर महबूब नगर जिले के चटनपल्ली इलाके में एनकाउंटर कर दिया था.
पुलिस के मुताबिक पांच जनवरी की रात चारों आरोपियों को उस जगह ले जाया गया जहां महिला डाक्टर का शव बरामद किया गया था.
पुलिस का कहना है कि वहां घटना के दृष्य रीक्रिएट करते वक्त चारों आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर दिया जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वे मारे गए
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