गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी बनाए जाने समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदेश की आंदोलनकारी शक्तियों ने बजट सत्र के पहले दिन (तीन मार्च) विधानसभा कूच किया तथा गिरफ्तारी दी.
उत्तराखंड क्रांति दल, भाकपा माले, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी समेत अन्य स्थाई राजधानी गैरसैंण समर्थक संगठनों ने बड़ी संख्या में विधानसभा कूच किया और अलग-अलग स्थानों पर गिरफ्तारी दी.
उत्तराखंड क्रांति दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेताओं के साथ नारेबाजी करते हुए विधानसभा कूच किया. पुलिस ने भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर से लगभग तीन किलोमीटर पहले दिवालीखाल के पास बैरिकेडिंग लगाकर यूकेडी के प्रदर्शनकारियों को रोक लिया.
प्रदर्शनकारियों ने गैरसैंण राजधानी घोषित किए जाने की मांग करते हुए गिरफ्तारी दी. गिरफ्तारी देने वालों में पार्टी अध्यक्ष दिवाकर भट्ट, पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी, वरिष्ठ नेता बीडी रतूड़ी, एपी जुयाल , पार्टी प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता थे.
वहीं कुछ आंदोलनकारी भराड़ीसैंण के नीचे स्थित सरिंग ग्वाड़ गांव के रास्ते से होते हुए करीब पांच किलोमीटर चढाई पार कर विधानसभा गेट के सामने पहुंचने में कामयाब रहे, जहां पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया.
इन आंदोलनकारियों में भकपा माले नेता इंद्रेश मैखुरी, स्थाई राजधानी गैरसैंण संघर्ष समिति के युवा आंदोलनकारी मोहित डिमरी, नमन चंदोला, लुसुन टोडरिया, जसवंत बिष्ट, उत्तराखण्ड युवा शक्ति संगठन के राकेश नाथ, गढवाल विश्वविद्याल छात्र संघ के विश्वविद्यालय प्रतिनिधि अंकित उछोली, छात्र नेता अतुल सती, तथा स्वंत्रत पत्रकार अरुण नेगी शामिल थे.
आंदोलनकारियों ने गैरसैंण को प्रदेश की स्थाई राजधानी घोषित किए जाने के साथ ही हाल ही में संपन्न हुई फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले की जांच तथा परीक्षा रद्द किये जाने की मांग के समर्थन में नारेबाजी की. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया.
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी स्थाई राजधानी गैरसैंण के समर्थन में पार्टी अध्यक्ष पीसी तिवारी तथा महासचिव प्रभात ध्यानी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी दी.
बजट सत्र के पहले दिन प्रमोशन में आरक्षण समाप्त करने की मांग को लेकर जनरल-ओबीसी कर्मचारियों द्वारा भी गैरसैंण में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. विधानसबा कूच कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने दिवालीखाल के पास रोक लिया. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई नोंक-झोक के बाद लगभग 200 प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तारी दी.
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